आज की नारी शक्ति के साथ बुद्धि में भी अपना अलग मुकाम बना रही हैं और जिसका जीवंत उदाहरण है नीता अंबानी। अपने काबिलियत के दम पर भारत की साहसी महिला उद्दमी होने के साथ ही एक विवेकशील पत्नी, जागरूक मां और कर्तव्यनिष्ठ बिजनेस वूमेन हैं।
नीता अंबानी हर उस महिला के लिए एक रोल मॉडल है जो जीवन में कुछ अलग करना चाहती है अपना अलग मुकाम बनाना चाहती हैं। अगर इंसान में संघर्ष और सच्चाई का गुण है तो उसे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता हैं।
जन्म से परिवार में बेटों की तरह ही पाली गई नीता ने , न केवल अपने माता पिता का सर गर्व से ऊंचा किया बल्कि पति के भी कंधे से कंधा मिला के चली।
नीता अंबानी ( विवाह से पूर्व नीता दलाल)
1/11/ 1963
मुंबई, महाराष्ट्र
स्नातक वाणिज्य में
भारत नाट्ययम नृत्यकी
पूर्णिमा दलाल
रविंद्र भाई दलाल
ममता दलाल
मुकेश अंबानी
अनिल अंबानी
टीना अंबानी
स्वर्गीय धीरू भाई अंबानी
आकाश अंबानी
अनंत अंबानी
ईशा अंबानी
उद्यमी ( बिजनेस वूमेन)
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2017
2,60,622 करोड़
धीरू भाई इंटर्नेशनल स्कूल
रिलायंस इंडस्ट्रीज
मुंबई आईपीएल क्रिकेट टीम अब
अंतर्राष्ट्रीय ओलिंपिक समिति
मुंबई , महाराष्ट्र से जुड़ी नीता का जन्म गुजरात के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। नीता की ज्वाइंट फैमिली थीं। नीता की बढ़ी बहन एक शिक्षिका हैं। जिनका नाम ममता अंबानी हैं। नीता ने नरसी मोजी कालेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से वाणिज्य में स्नातक किया।
नीता अंबानी ने सदैव ही हर परिस्थिति में अपने पति और बच्चों का पारिवारिक तौर पर और आर्थिक तौर पर पूरा साथ दिया हैं। जन्म से ही कुछ अलग करने की चाह में साधारण सी नीता बन गई धीरू भाई अंबानी की पुत्र वधू। जिसके बाद वह रिलायंस इंडस्ट्रीज की निदेशक के रूप में कार्य करती हैं।
नीता अंबानी आईपीएल अर्थात इंडियन प्रीमियर लीग में मुम्बई इंडियंस क्रिकेट टीम की सह मालकिन है। इस टीम का नेतृत्व भारतीय कप्तान रोहित शर्मा करते हैं।
नीता अंबानी का नाम फोर्ब्स द्वारा इंडिया की सफल महिला बिजनेस वूमेन की सूची में भी शामिल हैं। इसके अलावा वह अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति की सदस्य भी हैं।
माता पिता की लाडली बेटी नीता अंबानी की रुचि नृत्य कला में बहुत थी जिसके बाद वह अपनी रुचि अनुसार भारतनातय्म सीख ली। इसके बाद नीता अंबानी ने भी अपनी बहन के तरह ही शिक्षिका बनने की सोची और अध्यापन कार्य में लग गई।
विवाह के समय जब वह मुकेश अंबानी से मिली शिक्षण कार्य करती थी। 1985 में नीता ने मुकेश अंबानी से शादी रचा ली। इसके बाद इनकी तीन संताने हुई जिसमें दो बेटे और एक बेटी हैं। जिनके नाम अनंत, आकाश और ईशा अंबानी हैं।
विवाह के उपरांत भी नीता अंबानी ने शिक्षण कार्य किया। 2003 में इनके और इनके पति के सहयोग के द्वारा स्वर्गीय धीरू भाई अंबानी के नाम पर स्कूल खोला गया जिसमे पहले स्वयं नीता अंबानी ने शिक्षण कार्य किया इसके बाद इसके प्रबंधन को संभाला।
इस स्कूल में आज बड़े बड़े नामी गिरामी बिजनेस मैन ,क्रिकेटर , हीरो हीरोइन के बच्चे पढ़ते हैं। इसके साथ ही नीता ने मुकेश अंबानी के बिजनेस को भी बखूबी संभाला।
2016 में इंडिया टुडे मैग्जीन के द्वारा नीता अंबानी को 50 महान सफल बिजनेस वूमेन की कैटगरी में रखा गया इसके साथ ही नीता अंबानी के फोर्ब्स पत्रिका में भी अपना नाम दर्ज करवाया।
अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के सदस्य के साथ ही नीता अंबानी को महिला दिवस पर भारतीय नारी संगठन समिति की ओर से महिला समाज सेविका का सम्मान मिला।
इतनी उपलब्धियों के साथ ही नीता अंबानी ने सोशल वर्क भी किए। नीता अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज से जुड़े सभी धर्माथ और सामाजिक कार्यों की देख रेख करती हैं।
नीता अंबानी का धर्माथ नाम का एक ट्रस्ट है जिसके द्वारा वह गांवों से जुड़े बच्चों की शिक्षा , स्वास्थ्य, खेल, संस्कृति, कला आदि का प्रबंध करती हैं। यह भारत की सबसे बड़ी निजी संस्था हैं।
इनके कार्यों के फलस्वरूप नीता अंबानी को 2012 में अखिल भारतीय प्रबंधन संघ की ओर से कार्पोरेटिव नागरिक का सम्मान मिला।
नीता अंबानी के कुछ शौक है सबसे जुदा जैसे को नीता अंबानी को हैंडबैग , क्रॉकरी आइटम्स महंगी कारों का शौक हैं। नीता अंबानी जिस कप से चाय पीती है वो जापान से लिया हुआ है जिसके बॉर्डर पर गोल्ड वर्क है इस कप की कीमत करीब तीन लाख रुपए हैं। नीता के पास ऐसे 50 कप है जिनकी कीमत डेढ़ करोड़ से अधिक की हैं।
नीता अंबानी के पास गोल्ड वर्क की साड़ियां हैं। अपने बेटे के शादी के एक फंक्शन में नीता अंबानी ने 40 लाख की साड़ी पहनी थी।नीता अंबानी के पास विवा पटु साड़ी है जो रविवर्मा के द्वारा डिजाइन है। हीरा पन्ना जड़ी साड़ी नीता के लुक को चार चांद लगाता हैं। नीता की मन पसंद कांजीवरम साड़ी है जो 8 किलो सोना से बनी है। नीता के शौक बेहद महंगे हैं। उनकी पास गहनों में बहुत वैरिटी है, इनकी पहली पसंद सोने और कुंदन के गहने है।
अपने काबिलियत के दम पर भारत की साहसी महिला उद्दमी होने के साथ ही एक विवेकशील पत्नी, जागरूक मां और कर्तव्यनिष्ठ बिजनेस वूमेन हैं।