मां बनने का सुख हर स्त्री के लिए बेहद खास पल होता हैं।ऐसा वो अगर इस सुख से वंचित रह जाये तो यह चिंता का विषय हैं। ईश्वर ने भी यह सुख केवल औरत को ही दिया है जिसके पीछे का प्रमुख कारण है स्त्री में पुरुषों से अधिक धैर्य और शक्ति होती हैं। क्योंकि इस नए शिशु को जन्म देना , उस पीड़ा को सहना एक मां के लिए भी नया जन्म होता हैं।
आज हम इस विषय में बात करेगे की क्या वजहें है जिससे महिलाऐं संतान सुख से वंचित रह जाती हैं आइए जानते है इनके प्रमुख कारण:
आज के समय में युवाओं में नया कल्चर छाया है लेट शादी का। जिसका फर्क उनकी शादी के बाद की चीजों पर पड़ता है। जिसमे एक प्रमुख है संतान। महिलाओं में बढ़ती उम्र के साथ मेनोपॉज शुरू हो जाती है और पीरियड साइकिल में भी बदलाव आने लगते हैं जो एग फर्टिलाइजेशन को इफेक्ट करते है।
शरीर पर बड़ता फैट यानी मोटापा भी बच्चे के होने में रुकावट बनता हैं। क्योंकि फैट की वजह से पीसीओडी जैसी समस्या भी उत्पन्न होती हैं।
महिलाएं अपनी निजी कारणों या नौकरी से जुड़ी चिंताओं के कारण कई बार बहुत अधिक तनाव में रहती है जिससे अनिद्रा के साथ ही पीरियड से जुड़ी समस्या भी उत्पन्न हो जाती है जो समय से इलाज न होने पर गंभीर रूप ले सकती है।
PCOD महिलाओं की ऐसी समस्या है जिसमें एग्स नही बनते है या बनने के बाद फर्टलाइजेशन नहीं होता हैं।
थायरॉयड का बढ़ना या घटना दोनो ही शरीर के लिए हानिकारक हैं। हाइपर में मोटापा बढ़ जाता है तो हाइपो में व्यक्ति पतला हो जाता हैं इसलिए आप इसका तुरंत उपचार कराए।
फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज होने से भी स्पर्म और एग्स में फर्टिलाईजेशन नहीं हो पाता हैं।
कई बार ऐसा भी होता है की या तो हमारे यूट्रस के शेप में गड़बड़ी होती हैं या अंदरूनी समस्याएं जिसकी वजह से कई बार महिलाओं ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है जिससे वह मां नहीं बन पाती।
महिलाओं को बच्चे के जन्म से पहले ही शरीर को ऐसा तैयार करना चाहिए की वो गर्भ धारण कर सके। जैसे नियम से आयरन, कैल्शियम लेना। खून की कमी न होने देना। भोजन शुद्ध शाकाहारी और ताजा करना। प्रोटीन की कमी न होने देना और फलों का सेवन करना।
सिस्ट ऐसी गाठें होती हैं, जो या तो यूटरस में होती है या यूटरस के मुंह पर जिससे महिलाओं को गर्भ धारण में दिक्कतें होती हैं।
जैसा की आप सभी जानते है स्वस्थ शरीर ही बच्चे को जन्म दे सकता है, जिसके लिए नियमित रूप से योग, एक्सरसाइज बेहद जरूरी हैं। लेकिन शरीर में इसकी अधिकता बीमारी का कारण भी बन सकती है अधिक एक्जराइज भी आपके बच्चेदानी पर जोर डाल सकती हैं।
आप प्रेगनेंसी में भी योग, व्यायाम डॉक्टर के परामर्श और ट्रेनर की देख रेख़ में करे।
कभी कभी संतान सुख न मिलने का कारण पुरुषों से भी जुड़ा हो सकता है, जैसे स्पर्म काउंट कम होना, वीर्य का पतला होना , या किसी अनुवांशिक बीमारी का होना।
महिलाओं को बच्चे के जन्म के समय या उससे पहले कभी भी हार्मोन्स की दवाओं का या अधिक दवाइयों का सेवन नहीं करना चाहिए।
आज हम इस विषय में जानकारी देंगे की किन कारणों से होती है प्रेग्नेंसी में देरी, ताकि समय रहते हम सही डॉक्टरी सलाह ले और संतान सुख प्राप्त कर ले।