हिंदू धर्म में बहुत से ऐसे कार्यों का विवरण है, जिन्हे पूजा की दृष्टि से करना माना है, जो इस प्रकार है।
घर गणेश जी की प्रतिमा पर तुलसी जी न चढ़ाए।
मां दुर्गा को दुर्बा न चढ़ाए। ऐसा करके आप मां को उग्र कर सकते हैं।
घर के मंदिर में दो शंख एक से न रखे।
भगवान विष्णु को तिलक करते समय कभी भी चावल न लगाए। हो सके तो पीले चंदन का प्रयोग करे।
घर के अंदर शिवलिंग स्थापित ना करे।
खंडित मूर्ति को घर में न रखे , न ही खंडित मूर्ति की पूजा करे।
मंदिर में एक साथ तीन गणपति की मूर्ति ना रखे।
रविवार को तुलसी जी को न ही तोड़े , ना ही जल चढ़ाएं या दिया जलाए।
शिव जी को कुमकुम, सिंदूर न चढ़ाए।
दीपक से दीपक को प्रज्वलित न करे।
तुलसी जी को दांतों के नीचे न ही दबाए न चबाए।
एकादशी के दिन चावल न खाए।
मंदिर में प्रवेश करते समय ही घंटी बजाए , निकलते हुए घंटी न बजाए।
सुहागिन महिलाएं पीला चंदन न लगाए।
स्वास्तिक बनाते समय किसी भी लाइन को काटे नही।