7 सितंबर वर्ष 2023 को मनाई जाएगी धूमधाम से जन्माष्टमी भगवान कृष्ण का जन्म दिवस।
जन्माष्टमी के विशेष अवसर पर हम आपके लिए लेकर आए हैं पीतांबरी वस्त्र जिसका अर्थ है पीले रंग के कपड़े।
धार्मिक अनुष्ठान या पूजा पाठ में पीले रंग का विशेष महत्व है इसलिए यदि आप भी जन्माष्टमी के पूजन में पीले रंग के वस्त्र धारण करते हैं तो यह बेहद शुभ होता है।
आज हम आपको बताएंगे कि आप पारंपरिक परिधानों में साड़ी सूट या फिर लहंगा तीनों का ही इस्तेमाल जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर कर सकते हैं।
पूजन के समय आप सिल्क बंधेज या फिर शिफॉन के पीली साड़ी धारण करें साथ ही आप गजरा और सोलह सिंगार करें यह प्रभु को बेहद अच्छा लगता है।
पागल स्त्रियों को सदैव ही पूरे श्रृंगार के साथी ईश्वर की आराधना करनी चाहिए ऐसा हमारे धर्म ग्रंथो में भी बताया गया है।
यदि आप अविवाहित हैं तो आप सूट घाघरा या फिर लहंगा स्टाइल ड्रेस का भी प्रयोग कर सकती हैं।
येलो कलर के सूट भी सभी के ऊपर बेहद खूबसूरत लगते हैं मुस्टर्ड येलो या फिर लेमन येलो आप दोनों में से कोई भी पीला अपने लिए पसंद कर सकती हैं।
जैसा कि आप सभी जानते हैं कन्हैया को पीला रंग अति प्रिय है यदि आप चाहे तो पीले रंग के साथ आप कंट्रास्ट में ब्लू रेड ऑरेंज जैसे रंगों का भी प्रयोग कर सकती हैं यह भी आपके रूप को बेहद सवार देगा।
इस दिन महिलाएं मेहंदी या महावर का प्रयोग जरूर करें इससे भी काफी शुभ योग बनते हैं।
आप चाहे तो हैवी वर्क के एंब्रायडरी या फिर लहरिया साड़ी का भी प्रयोग जन्माष्टमी के अवसर पर कर सकती हैं।
अनारकली सूट या फिर पेंट के साथ लॉन्ग सूट भी आप प्रयोग में ला सकते हैं
जॉर्जेट और शिफॉन साड़ी समर के लिए बेहद खास मानी गई है इसलिए आप जन्माष्टमी के अवसर पर इन्हें भी प्रयोग में ला सकते हैं।
आप सभी को हमारी ओर से जन्माष्टमी की ढेरं सारी शुभकामनाएं।
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