विघ्नहर्ता मंगल कर्ता भगवान श्री गणेश का आगमन 18 सितंबर 2023 से प्रारंभ हो रहा है।
न केवल महाराष्ट्र में बल्कि हर प्रांत में भगवान गणेश का आगमन बेहद धूमधाम और पर्व की तरह मनाया जाता है।
महिलाएं हो या पुरुष सभी इस पर्व को बेहद धूमधाम और पारंपरिक तरीके से मनाते हैं भगवान गणेश की मूर्ति को घर लाते हैं और उनके सेवा पूजा पाठ करते हैं।
ऐसे खास पर्व पर घर की महिलाएं सुंदर साड़ियों में तैयार होती हैं आप चाहे तो पाटहनी, सिल्क या फिर बनारसी साड़ियों का प्रयोग कर सकते हैं।
भगवान गणेश के इस पर्व पर हो सके तो पीले या लाल रंग के वस्त्रो का प्रयोग करें यह बेहद शुभ माने गए हैं।
पूजा के विधान से आप चाहे तो नील नंगी हरे और बैगनी रंग का भी प्रयोग कर सकते हैं लेकिन जितना हो सके लाल या पीले वस्त्र को ही धारण करें।
सिंदरी नारंगी रंग को भी पूजन के लिए बेहद शुभ माना गया है आप इस रंग की सूट साड़ी का भी प्रयोग कर सकते हैं।
भगवान गणेश को घर लाने के बाद स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए इसलिए इनके पूजा पाठ के स्थान को और स्वयं को स्वच्छ रखें।
यदि आप नव विवाहित है और आपका यह पहला गणेश पूजन है तो आप लाल रंग की साड़ी अवश्य धारण करें।
गणेश पूजन के समय यदि महिलाएं सोलह सिंगार धारण करती हैं तो यह उनके पति की दीर्घायु के लिए भी बेहद शुभ माना गया है।
साथ ही आप बालों में गजरे का प्रयोग भी कर सकती हैं यह भी सिल्क साड़ी के साथ बेहद खूबसूरत लगता है।
इनके साथ आप चाहे तो लंबे झुमके या फिर चंद्रहार का भी प्रयोग कर सकते हैं।
इन दोनों चोकर या पाइप नेकलेस भी काफी चलन में है आप इनका प्रयोग भी गणेश पूजन के लिए कर सकते हैं।